गंगोत्री यमनोत्री के कपाट खुले
उत्तरकाशी
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट श्रधालुओ के लिए खोल दिये है माँ गंगा की भोग मूर्ति को उत्सव डोली में बैठाकर कल सुबह मुखवा गांव से गंगोत्री के लिए पारम्परिक बाध्य यंत्रो और सेना के बेंड धुनों व भक्तो की जय घोष के साथ रवाना हुई और परम्परा के अनुसार रात्रि विश्राम भैरव घाटी स्थित भैरव मन्दिर में हुवा तथा सुबह पूजा अर्चना के बाद गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई और मुहूर्त के अनुसार गंगोत्री मन्दिर के गर्व गृह में स्थापित किया हजारो लोगों ने भाग लेकर इस अवसर पर गंगा में डुबकी लगाकर इस पुण्य अवसर के साक्षी बने
वही दूसरी और यमुना जी की भोग मूर्ति को उत्सब डोली में बैठाकर खरसाली गांव से यमनोत्री धाम में पहुच चुकी है जहां मा की भोग मूर्ति को मुहूर्त के अनुसार मन्दिर के गर्व गृह में स्थापित कर दिया गया है हजारो लोग यमनोत्री धाम में इस पुण्य अवसर के साक्षी बने
उत्तरकाशी
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट श्रधालुओ के लिए खोल दिये है माँ गंगा की भोग मूर्ति को उत्सव डोली में बैठाकर कल सुबह मुखवा गांव से गंगोत्री के लिए पारम्परिक बाध्य यंत्रो और सेना के बेंड धुनों व भक्तो की जय घोष के साथ रवाना हुई और परम्परा के अनुसार रात्रि विश्राम भैरव घाटी स्थित भैरव मन्दिर में हुवा तथा सुबह पूजा अर्चना के बाद गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई और मुहूर्त के अनुसार गंगोत्री मन्दिर के गर्व गृह में स्थापित किया हजारो लोगों ने भाग लेकर इस अवसर पर गंगा में डुबकी लगाकर इस पुण्य अवसर के साक्षी बने
वही दूसरी और यमुना जी की भोग मूर्ति को उत्सब डोली में बैठाकर खरसाली गांव से यमनोत्री धाम में पहुच चुकी है जहां मा की भोग मूर्ति को मुहूर्त के अनुसार मन्दिर के गर्व गृह में स्थापित कर दिया गया है हजारो लोग यमनोत्री धाम में इस पुण्य अवसर के साक्षी बने
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