बड़ा सवाल : बी.एस.एन.एल का नेटवर्क गायब आम जन मानस आपदाओं के वक्त जिले के बड़े अधिकारियों से सम्पर्क करें तो कैसे करे
आय दिन खराब रहना सही है तो फ़ोन न लगना ये बीएसएनएल के लिए आम बात होती जा रही है किन्तु जब आपदा का दौर हो तो Bsnl यानी “भाई साहब लगता नही” इस लोकोक्ति को बीएसएनएल ने उत्तरकाशी में रविबार को रात्रि में आई आपदा के दौरान सही साबित कर दिया है। जिले का आम नागरिक जिले के किसी बड़े अधिकारी से बात कैसे करे। जिले के सभी बड़े अधिकारियों के फोन नंबर पर बीएसएनएल की सिम कार्ड इस्तेमाल होता है। आम जनता सम्पर्क करें तो कैसे करे और किसको करें ये बड़ा सवाल?
आपदाओं की दृष्टि से अति संवेदनशील जिला है उत्तरकाशी ये बात किसी से छुपी हुई नही है आपदा के समय एक दूसरे को सम्पर्क करने का माध्यम केवल संचार माध्यम होता है और भारत की सबसे बड़ी संचार कम्पनी जब ऐसे वक्त पर धोखा दे जय तो प्राइवेट कंपनियों से क्या उम्मीद की जा सकती है। जनपद में लगातार बारिश के चलते जगह जगह गाड गधरे उफान पर है जल आपदा के कारण लोग दहशत में है। बीएसएनएल संचार कम्पनी सरकारी होने के कारण जिले के कलेक्टर ,कप्तात,सीडीओ, सहित अधिकतर अधिकारी बीएसएनएल का नेटवर्क इस्तेमाल करते है। आपदा के वक्त आम जन मानस यदि अपनी व्यथा किसी बड़े अधिकारी को सुनाए तो कैसे सुनाए आजतक इस बात की कोई चर्चा नही हुई और न नोबत आयी वर्तमान में अब ऐसी स्थिति बन रही है तो जिले के आला अधिकारियों को भविष्य में आपदा के वक्त जनता यदि उनसे सम्पर्क करे तो इसके लिए अन्य नेटवर्क का फोन नंबर भी जारी करें ताकि आम जन मानस आपदाओं के समय जिले के बड़े अधिकारियों से सीधे संपर्क कर सके।
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