भटवाड़ी की जनता त्रस्त, बेलगाम अफसर
राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : आखिर उत्तरकाशी जिले में अधिकारी, कर्मचारी क्यो बेलगाम है यह समझ से परे है यह कहना है तहसील मुख्यालय भटवाड़ी की ग्राम प्रधान सन्तोष नौटियाल का। उन्होंने बताया कि तहसील मुख्यालय में सरकार ने जनता को सेवा देने के लिए 30 से 35 विभागों के कार्यालय खोले है अगर कभी दिन के समय औचक निरीक्षण किया जाय तो तस्बीर साफ हो जाएगी कि जनता के सेवक जनता की सेवा के लिए कितने संजीदा है।
ग्राम प्रधान श्रीमती नौटियाल ने डीएम उत्तरकाशी को पत् लिखकर माँग की है कि तहसील मुख्यालय के नाम पर जो कार्यालय खुले है उनके कार्यालय तहसील मुख्यालय में ही हो। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले सिचाई विभाग के कर्मचारियों ने भटवाड़ी कार्यालय को अपनी सहूलियतों को देखते हुए उत्तरकाशी मुख्यालय में केम्प कार्यालय बना दिया था। जिस कारण भटवाड़ी क्षेत्र के लोगों को अपने छोटे छोटे काम करवाने के लिए जिला मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ते रहे हैं। यही हाल बाल विकास विभाग के भी है।
बतादे वर्ष 2019 में पत्रकारों ने तहसील मुख्यालय से पलायन हुए सरकारी विभागों को तहसील मुख्यालय में पुनः स्थापित करने को लेकर धरना दिया था धरने को उठाते समय तत्कालीन दिवंगत विधायक गोपाल रावत व डीएम आशिष चौहान ने पत्रकारों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही सभी विभागों को भटवाड़ी में पुनः स्थापित किया जाएगा। इतना ही नही क्षेत्र पंचायत की हर बैठक में जन प्रतिनिधियों ने उठाए, कार्यालय पलायन का मुख्य मुद्दा रहा है तथा इस मुद्दे को लेकर कई बार सदन में हंगामा भी हुआ है। ग्राम प्रधान सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे की तहसील दिवस में भी शिकायत की थी किन्तु नतीजा सीफर ही निकला है। अधिकारियों ने हर बार जल्द कारवाही करने का आश्वासन दे कर 3-4 साल निकाल दिए। बाल विकास विभाग की सीडीपीओ ने तो मनेरी में गोदाम बनाकर आधा कार्यालय मनेरी में स्थापित कर दिया वर्तमान में बाल विकास विभाग भटवाड़ी के नाम पर अलग अलग 3 कार्यालय है। बाल विकास विभाग में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों के आवासीय भवन जिला मुख्यालय या आसपास में होने के कारण विभागीय अधिकारी, कर्मचारी सहूलियत के अनुसार जिस कार्यालय में मन किया सैर सपाटे के लिए चले जाया करते है। क्या ऐसे में विभागीय अधिकारियों से आम जन मानस यह उम्मीद लगाए की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें दिला पाएंगे।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इन बेलगाम अधिकारियों के ऊपर जिला स्तरीय बड़े अधिकारियों का बर्दहस्त
है या सफेद पोसो की क्षत्रछाया यह यक्ष प्रश्न है? एक ओर केन्द्र सरकार सीमांत गांव नीलांग और जाडुंग को एकबार पुनः बसाने की बात कर रही है। तहसील मुख्यालय भटवाड़ी जो बसा हुआ कस्बा
है सरकारी तंत्र के कुछ अधिकारी और कर्मचारी कार्यालयों को तहसील मुख्यालय से जिला मुख्यालय उत्तरकाशी व अन्यत्र पलायन करके उजाड़ बनाने पर तुले है।तहसील मुख्यालय की वर्तमान स्थिति को देखते हुए शासन व प्रशासन की नीलांग, जाडुंग को पुनः बसाने की मनसा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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