स्थानीय उत्पादों व अनुपयोगी चीजो को उपयोग में लाकर बनी चीजों को खूब पसंद कर रहे हैं देशी व विदेशी मेहमान
राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : अगर किसी के मन मे कुछ कर गुजरने की चाह हो तो कामयाबी को उसके आगे झुकना ही पड़ता है। ऐसा ही कुछ नेताला गाँव के श्री गंगा भागीरथी समूह की 6 महिलाओं ने कर दिखाया है। घर गृहस्ती के कामो के साथ साथ स्थानीय उत्पादों व क्षेत्र में पाए जाने वाली जड़ीबूटियों, अनपयोगी चीजो का सद्पयोग कर उनको उपयोग में लाकर उनसे बने उत्पादों को स्वयं का ब्रांड बनाकर बाजार में उतार कर आत्मनिर्भरता के साथ साथ अपनी आर्थिकी को मजबूत करने की कोशिश में जुटी हुई है।
आपको बतादे पहले विभिन्न संस्थाओं से प्रशिक्षण लेकर नेताला की 6 महिलाओं ने स्थानीय उत्पादों को स्वयं का ब्रांड बनाकर बेच रही है, बात इतने तक ही नही रुकी इनके द्वारा गाय के गोबर से विभिन्न प्रकार के दिए, धूप स्टैंड,स्वयं निर्मित धूपबत्ती तैयार की हुई है। इनके द्वारा चीड़ के पेड़ से गिरी छिति को रंग बिरंगे रंगों से रंगाकर खूबसूरत डिजाइन का रूप देकर बिक्री के लिए तैयार कर बाजार में उतारा है। समूह की महिलाओं के स्वयं के हाथों से बने उत्पादों को देशी और विदेशी मेहमान खूब पसंद कर रहे है। दिलचस्प बात तो यह है कि यह सब इन महिलाओं ने अपने जेब खर्च को बचा बचा कर एक छोटी सी दुकान खोलकर शुरुआत की है। समूह की महिलाओं का कहना है कि वे इसका और विस्तार करेंगी ताकि परिवार की आर्थिकी में मदद करने के साथ साथ आत्मनिर्भर बन सके। अब देखना यह होगा कि इनके सपनो की उड़ान कहा तक ठहरती है
समूह में बिमला पंवार,कमला सेमवाल,कविता सेमवाल,बिनीता नौटियाल,सविता सेमवाल,चंद्रकला राणा आदि शामिल है।
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