सदगुरु ही ईश्वर प्राप्ति का सनमार्ग बताता है : संत गोपालमणि

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले में गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया सुबह से गुरु भक्तो ने अपने अपने गुरु स्थानों पर जाकर गुरु पूजन अर्चन कर गुरु का आशीर्वाद लेकर पुण्य अर्जित किया साथ ही सभी गुरु स्थानों पर दिनभर सत्संग व भजन कीर्तन करते दिखे।
          उत्तरकाशी मुख्यालय के आजाद मैदान में विश्व प्रसिद्ध संत गौ उपासक गोपालमणि महाराज के अनुयायियों ने सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर उनका पूजन अर्चन किया संत गोपालमणि व उनके पुत्र सीता शरण शास्त्री इन दिनों उत्तरकाशी में राम कथा कर रहे है। गुरु पूर्णिमा पर्व पर संत  गोपालमणि ने अपने  व्याख्यानों में  गुरु महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु कृपा केसे प्राप्त होती है जैसे गूड रहस्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया तथा स्वयं के साथ घटित शिक्षाकाल के कुछ अनुभव अपने शिष्यों के साथ साझा किए। उन्होंने बताया कि सदगुरु ही मनुष्य को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देकर ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बताया है। उन्होंने रामायण में भगवान राम का उदाहरण देते हुए बताया कि भगवान राम की हमेशा अपने गुरु के प्रति आस्था रही है उनके जीवन में भले ही कई बाधाएं आती गई किन्तु गुरु कृपा से भगवान राम हर बाधा को पार पाने में समर्थ रहे। उन्होंने बताया कि जो मनुष्य अपने गुरु के बताए हुए सन मार्ग पर चलना है उस पर स्वय ही गुरु कृपा बरसती है। 
        आपको ब्तादे संत गोपालमणि
ने गौमाता को राष्ट्र माता घोषित करवाने को लेकर कईबार पैदल पदयात्रा कर दिल्ली कूच किया है। और इस आंदोलन को राष्ट्र व्यापी आंदोलन बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा की है इनके द्वारा उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ ब्लॉक में पड़ने वाले गोपाल गौलोक धाम (चोपड़ा धार पूर्व नाम)  में गौशाला का निर्माण कर उस स्थान पर गौमाता की प्रेरणा से "थेनु मानस"  की रचना कर सनातन धर्म के अनुयायियों को एक दिव्य ग्रन्थ भेंट किया है इस ग्रथ में उन्होंने गौमाता की उत्पति से लेकर उनकी सभी महिमा के वर्णन का दोहा , छंदों तथा चौपाइयों के माध्यम से सजीव चित्रण किया है। 
        राम कथा में चंद्र शेखर भट्ट अध्यक्ष, प्रताप रावत महा सचिव राजीव सेमवाल कोषाध्यक्ष ,राजेंद्र सिंह रावत ,विजय प्रकाश भट्ट ,शिव प्रसाद सेमवाल ,लोकेंद्र ,अतर सिंह भंडारी ,आशीष भट्ट ,जयेंद्री राणा आदि सामिल रहे।






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