जोशियाड़ा झूला पुल के दोनों तरफ रात के समय आम राहगीरों को बिजली न होने से चलने में हो रही है दिक्कत

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी  : उत्तरकाशी शहर के अलावा बाड़ागद्दी पट्टी के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले जोशियाड़ा झूला पुल पर विगत कुछ दिनों से रात के समय बिजली का प्रकाश न होने से आम राहगीरों व महिलाओं को  खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है किन्तु सुध लेने वाला कोई नहीं है।
 
रात के समय         जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से बाड़ागद्दी पट्टी के दर्जनों गांवों को पैदल मार्ग से जोड़ने वाले झूला पुल के दोनों तरफ रात के समय बिजली का प्रकाश न होने से आम राहगीरों खास कर महिलाओं को अंधेरे के चलते भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर को हर सुविधाओं से युक्त करने के दावे करने  वाली पालिका जानबूझ कर आंखें मूंदे हुए है। जोशियाड़ा झूला पुल से रोज सैकड़ों लोग पैदल चलकर जाते है। सुबह के समय विकास भवन,अनुसंधान कालोनी  ,कन्सैण आदि मोहॉलो से विश्वनाथ मन्दिर व गंगा स्नान करने को दर्जनों भक्त आते है किन्तु पुल के दोनों तरफ अंधेरा होने के कारण खासी दिक्कत होती है। इन दिनों  लगातार बारिश हो रही आपदा के लिहाज से भी पुल के दोनों तरफ प्रकाश होना अति आवश्यक है।

खराब पड़ा बिजली का खंभागंगोत्री मेल को क्षेत्र के लोगो खास कर महिलाओं की लगातार पुल पर विजली न रहने की शिकायत मिल रही थी जिसको लेकर बाड़ाहाट पालिका प्रशासक एसडीएम बृजेश तिवारी के मोबाइल नंबर पर फोन लगाकर जानकारी देनी चाही किन्तु उन्होंने फोन नहीं उठाया या तो साहब राजकीय कार्य में व्यस्त रहे होंगे या फिर जवाब देही से बच रहे है इन दोनों ही बातो का जवाब प्रशासक महोदय के पास है। अब देखना यह होगा कि क्या पालिका झूला पुल के दोनों तरफ प्रकाश न होने का संज्ञान लेगी या फिर यू हीं सभी को शाम होते ही अंधेरे में चलने के लिए बिवश होना पड़ेगा?

उद्योग व्यापार संघ के जिला अध्यक्ष सुभाष बडोनी ने माना कि जोशियाडा झूला पुल बाड़गद्दी पट्टी के दर्जनों गांवों व विकास भवन जाने का सरल पैदल मार्ग है तथा यात्रा सीजन के लिहाज से भी उत्तरकाशी शहर में देशी व विदेशी पर्यटकों की आवाजाही भी इसी झूला पुल से होती है। विगत कुछ दिनों से पुल के दोनों ओर बिजली का प्रकाश न होने से स्थानीय लोगों और यात्रियों को खांसी परेशानी हो रही है तत्काल ही पालिका प्रशासन को संज्ञान लेकर पुल के दोनों तरफ बिजली की व्यवस्था सुचारू करनी चाहिए ताकि स्थानीय लोगो व पर्यटकों को परेशानी न उठानी पड़े।






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