मोरी पुलिस ने सुलझाई हत्या की गुत्थी

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : 
पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जुलाई माह में मेरी थानांतर्गत हुए हुए हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि 26 जुलाई को मोरी थाने में खरसाडी निवासी प्यारी देवी ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या की आशंका जताते हुए लिखित तहरीर देकर  अपने पति गिरवीर सिंह की हत्या का खुलासा करने की मांग की थी।
      जिसमें उन्होंने सुधीर चड्डा एंड कम्पनी के कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। मोरी थाना पुलिस ने थाना प्रभारी मोहन  
कठेत ब थाना प्रभारी बड़कोट दीपक कठेत के नेतृत्व में आलग अलग टीम गठित कर छानबीन शुरू की गई।  मामले की गम्भीरता को देखते हुए दोनों टीमों ने कॉल डिटेल लोकेशन आदि टेक्निकल सपोर्ट से साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों  तक पहुंचने में कामयाब हुए जिसमें मोरी पुलिस ने दो नेपाली मूल के प्रेम बहादुर व बीर बहादुर को हिरासत में लेकर जब गहनता से पूछताछ की तो उन्होंने पूछताछ में बताया कि मृतक 24 जुलाई को गलत नियत से उनके डेरे पोल्हाडी तोक में जबरन ll घुस गया था वाहा उनके बीच हाथापाई हुई थी किसी तरह से उनके डेरे से मृतक गिरबीर भाग निकला मृतक का पीछा करते करते। प्रेम बहादुर व बीर बहादुर ने उसे ख२साड़ी पुल पर पकड़ा और उसके सिर पर चीड़ की लकड़ी से वार किया जिससे मृतक बेहोश हो होकर जमीन पर गिर गया हत्यारोपियों को लगा कि यदि यह जिंदा बचा तो गांव वालो को हकीकत बता देगा इसलिए दोनों ने उसे केदार गंगा पर बने पुल से नीचे नदी में फेंक दिया था। सबूत मिटाने के उद्देश्य से दोनों ने मृतक केl कपड़े मोबाइल आदि सभी चीजें उतार कर नदी में फेंक दिया था हत्यारोपियों की सुरागम्यी पर मोरी पुलिस ने पुलl के नीचे से मृतक के कपड़े और हत्या में प्रयोग की गई लकड़ी को सबूत केl तौर पर कब्जे में लिया है नेपाली मूल के इन दो युवकों के खिलाफ मोरी थाने में बीएनएस के अन्तर्गत  विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इन्हें सलाखों के पीछे धकेल दिया है। पुलिस कतान ने पुलिस टीम को पांच हजार रूपए का नगद इनाम देकर प्रोठाहित किया है।







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