गंगोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षा और अन्य सुविधाओं को बेहतर करने को लेकर डीएम ने मन्दिर समिति के साथ विचार विमर्श कर किया खाका तैयार

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी  : गंगोत्री धाम मे बाढ सुरक्षा को लेकर नदी तटों पर अत्यधिक मजबूत व आधुनिक तकनीक से युक्त सुरक्षा ढांचे का निर्माण की योजनाएं बनाने को लेकर प्रशासन के स्तर से तेजी से कार्रवाई की जा रही है। 
        मंगलवार को डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री धाम पहुंचकर  इन सभी कार्यों के लिए प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण कर प्रस्तावित परियोजनाओं के संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ही गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों, तीर्थ पुरोहितों एवं अन्य हितधारकों से विचार-विमर्श किया।  
    इस मौके पर डीएम को डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि गंगोत्री धाम देश-दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रमुख केन्द्र है लिहाजा धाम में सुरक्षा व अवस्थापना सुविधाओं के सृजन के लिए दीर्घकालीन आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए स्तरीय नियोजन व निर्माण कार्य कराए जाने पर शासन-प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है। उन्होंने इस संबंध में सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन, तीर्थयात्रियों को स्तरीय सुविधाएं एवं सेवाएं प्रदान करने तथा स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसरों को बढाने के लिए गंगोत्री धाम के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार करवाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि धाम के विकास से जुड़ी दीर्घकालीन महत्व की इन परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर शासन की स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे। 
       धाम में आगामी एक से दो दशक में तीर्थयात्रियों की संख्या में संभावित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए इन परियोजनाओं का खाका तैयार किया जा रहा है। प्रशासन का प्रयास है कि इन परियोजनाओं की डीपीआर को जल्द से जल्द तैयार कर शासन को स्वीकृति के लिए भेज दिया जाय।
         इस दौरान डीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नदी तल में जमा मलवे को हटाकर नदी को मूल प्रवाह क्षेत्र की तरफ मोड़ने के लिए जल स्तर कम होते ही चैनलाईजेशन की कारवाई शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ सुरक्षा के लिए यहां पर हर संभव श्रेष्ठ विकल्पों पर अमल किया जाएगा। उन्होंने बाढ सुरक्षा के स्थाई कार्य एवं चैनलाईजेशन किए जाने तक जल स्तर पर निरंतर निगरानी रखते हुए पर्याप्त सुरक्षा एहतियात बरते जाने तथा घाटों की तरफ पानी के बहाव को रोकने के लिए तात्कालिक उपाय किए जाने हेतु भी संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए।
           इस दौरान उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क आरएन पाण्डे, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड उत्तरकाशी केएस चौहान, अधिशासी अभियंता लोनिवि भटवाड़ी नीरज कुमार अग्रवाल, गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, महेश सेमवाल, संजीव सेमवाल आदि मौजूद  रहे।






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