जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में 10 बेड का रेस्पिरेटरी वार्ड का हुआ उदघाटन

राजेश रतूड़ी
उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले के लोगो को श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), निमोनिया, और ब्रोंकाइटिस विमारी के मरीजों को इलाज के लिए नहीं जाना होगा देहरादून या अन्य शहरों में जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में 10 बेड का रेस्पिरेटरी वार्ड का उदघाटन सीएमओ डॉ बीएस रावत ने किया है। 
        उदघाटन के मौके पर सीएमओ डॉ रावत ने बताया कि  यह वार्ड जिले के निवासियों के लिए विशेष कर उन मरीजों की चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है, जो श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में श्वसन संबंधी समस्याएं आम हैं, खासकर सर्दियों के मौसम में जब ठंड और उच्च क्षेत्र होने के कारण सांस लेने में कठिनाई हो ऐसे में यह रेस्पिरेटरी वार्ड स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करेगा।
रेस्पिरेटरी वार्ड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है कि जिले में श्वसन संबंधी बीमारियों का सटीक और त्वरित इलाज संभव हो सके। अब तक, उत्तरकाशी जैसे दूरस्थ क्षेत्रों के मरीजों को श्वसन संबंधी जटिल बीमारियों के लिए बड़े शहरों या देहरादून जैसी जगहों पर जाना पड़ता था। लेकिन इस वार्ड के खुलने से न केवल मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर इलाज मिल सकेगा, बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत होगी।
          डॉ बीना रमोला (छाती रोग विशेषज्ञ) ने बताया कि इस वार्ड में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और सुविधाओं से लैस हैं, जिससे मरीजों की जांच और इलाज में उच्च गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। वार्ड में ऑक्सीजन सपोर्ट, वेंटिलेटर, नेब्युलाइज़र, और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था  है। इसके साथ ही, वार्ड में विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशिक्षित नर्सों की टीम भी तैनात की गई है, जो मरीजों को उच्च स्तरीय देखभाल प्रदान करेगी। यह टीम श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), निमोनिया, और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं का इलाज करेगी।
रेस्पिरेटरी वार्ड उदघाटन के मौके पर प्रमुख अधीक्षक डॉ प्रेम पोखरियाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पांगती, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ कुलवीर राणा ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया गया है कि इस वार्ड में मरीजों को समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से श्वसन संबंधी बीमारियों से बचाव के उपाय भी सिखाए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हों और श्वसन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें।

रेस्पिरेटरी वार्ड की स्थापना से उत्तरकाशी और आस-पास के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर और भी बेहतर हो सकेगा। इस पहल से न केवल श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों में कमी आएगी, बल्कि इससे जुड़े गंभीर परिणामों को भी रोका जा सकेगा।
           इस मौके पर डॉ हिमाद्री पांगती( स्त्री रोग विशेषज्ञ )डॉ अभिषेक नौटियाल (निश्चेतक ), डॉ मेघा कोटियाल (सर्जन ), डॉ शनिग्धा (आई सर्जन ), डॉ विकास शर्मा (ह्रदय रोग विशेषज्ञ ),डॉ शमा आफरीन (स्त्री रोग विशेषज्ञ ) , अंजना शर्मा (प्रभारी सहायक नर्सिंग अधीक्षिका ), अनीता दास, सुनीता अर्थर, अनीता चौहान, आशा भारद्वाज, गीता सिंह,  उमा सिंह, आरती गहलोत, गिरीश उनियाल, जोगेंद्र पडियार (अध्यक्ष/सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महासंघ), डोर्कस, रूचि राणा, कुसुम, वीरेंद्र पंवार (जिला फार्मेसी अधिकारी ), बी पी चमोली, रतन मणि नौटियाल, मुकेश नाथ, अनिल पूरी, महेन्द्र पडियार, आकाश, गौरव आदि मौजूद रहे।







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