रवाईं क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं को बचाये रखा है : मंत्री सुबोध उनियाल

राजेश रतूड़ी
कंडारी (नौगांव) /उत्तरकाशी : यूं तो उत्तरकाशी जिले के सभी गांवों में भादों के महीने को लेकर हर जगह कुछ न कुछ परंपराएं विख्यात है उन्हीं परम्पराओं में रवाईं घाटी की गोडर पट्टी के कंडारी गांव में राजा रघुनाथ का  जागड़ा मेले का आयोजन  किया जाना है। इस मेले में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए।
गोडर पट्टी के 27 गांव के आराध्य श्री राजा रघुनाथ के थान कंडारी गाँव में आयोजित जागड़ा मेले में भारी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचते है और अपने ईष्ट  भगवान श्री रघुनाथ से आशिर्वाद लेते है  क्षेत्र वासियों की ताज़ा रघुनाथ के प्रति अगाध आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं  के प्रति असीम भाव की  छटा जगड़ा मेले में देखने को मिली। 
जागड़ा मेले में भाग लेने आये वन, तकनीकी शिक्षा,भाषा व निर्वाचन  मंत्री  सुबोध उनियाल ने श्री रघुनाथ जी के दर्शन कर आम जन-जीवन की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए श्री उनियाल ने कहा कि रवाईं क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं को बचाये रखा है।  वन संपदा से परिपूर्ण इस इलाके का प्राकृतिक परिवेश भी काफी समृध्द है, जिसे बचाये रखने के लिए भी सब लोगों को निरंतर जुटे रहना होगा। उहोने कहा कि इस जागड़ा मेले को संरक्षित किया जाना जरूरी  है इसके लिये कारगर प्रयास किये जायेंगे। वन मंत्री ने कंडारी गांव में क्षतिग्रस्त वन विश्राम गृह का पुनर्निर्माण करने की घोषणा करते हुए कहा कि कंडारी से साजबाग तक सड़क के नवनिर्माण में आने वाली अड़चनों को दूर करने के साथ ही इस क्षेत्र में ट्रैकिंग गतिविधियों को भी विकसित किया जाएगा जिससे यहां स्थानीय लोगों की आजीविका मजबूत की जा सके। उन्होंने कहा कि  राज्य सरकार इस क्षेत्र के विकास का पूरा ध्यान रखेगी। 
 विकास के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुचाने के लिए अनेक नियमों में बदलाव करने के साथ प्रकियाओं में सरलीकरण भी किया गया।

इस दौरान पूर्व विधायक मालचंद, पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण सिंह चौहान, मंदिर समिति के अध्यक्ष श्यामलाल गौड़, ग्राम प्रधान विनीता गौड़, डीएफओ यमुना वन प्रभाग  रविन्द्र पुंडीर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।







एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ